अलीगढ़ः फैज मस्जिद का एक किलोमीटर का इलाका सील, फोर्स तैनात
अलीगढ़ः फैज मस्जिद का एक किलोमीटर का इलाका सील, फोर्स तैनात
ऊपरकोट कोतवाली क्षेत्र के तुर्कमान गेट इलाके में गोविंद नगर स्थित फैज मस्जिद में एक जमाती के कोरोना पॉजिटिव मिलने के बाद प्रशासन में हड़कंप मचा है। डीएम-एसएसपी के संयुक्त निर्देश पर मस्जिद के एक किलोमीटर दायरे का इलाका सील कर दिया गया है। इस दायरे में आने वाले सभी परिवारों के सदस्यों का स्वास्थ्य परीक्षण होगा। साथ ही इन लोगों को घरों से बाहर निकलने की अनुमति नहीं है। आवश्यक वस्तुओं की होम डिलीवरी की जाएगी। अगर, किसी ने इस आदेश का उल्लंघन किया तो उसके खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी। साथ ही कोरोना पॉजिटिव जमाती के साथी नौ अन्य जमातियों को छेरत स्थित होम्योपैथिक मेडिकलL कालेज में क्वारंटीन किया गया है। इनके स्वास्थ्य का फिर से परीक्षण किया जाएगा। वहीं, पॉजिटिव पाए गए जमाती को हरदुआगंज के लेवल-1 सीएचसी में भर्ती किया गया है।
बृहस्पतिवार को हर रोज की तरह डीएम चंद्रभूषण सिंह और एसएसपी मुनिराज जी दैनिक कार्यों की समीक्षा कलेक्ट्रेट में कर रहे थे। तभी करीब दो बजे जमाती की जांच रिपोर्ट सामने आई और उसके कोरोना पॉजिटिव होने की जानकारी मिली। इस पर जिला प्रशासन में हड़कंप मच गया। तत्काल वहां मेडिकल टीम के साथ थाना कोतवाली, देहली गेट व सासनी गेट का पुलिस अमला और नगर निगम की सैनेटाइजिंग टीम को भेजा गया। मेडिकल टीम ने जमाती को अपने कब्जे में लिया और उसे लेकर कोरोना के इलाज के लिए लेवल-1 स्तर पर तैयार किए हरदुआगंज के सीएचसी में भेजा गया। इधर, उसके साथ के अन्य 9 जमातियों को भी वहां से निकाला गया और तत्काल छेरत मेडिकल कालेज भेजा गया। साथ ही पूरे इलाके को एक किलोमीटर के दायरे को सील कर दिया गया। जिलाधिकारी चंद्रभूषण सिंह के मुताबिक स्वास्थ्य विभाग के नोडल अधिकारी सीडीओ अनुनय झा हैं। उनके नेतृत्व में समस्त कार्रवाई के निर्देश दिए गए हैं। जमाती में पहले कोरोना जैसे कोई भी लक्षण दिखाई नहीं दिए थे। हरदुआगंज अस्पताल और छेरत मेडिकल कॉलेज में सहित गोविंद नगर में पर्याप्त मात्रा में पुलिस फोर्स लगाया गया है।
छेरत भेजे गए नौ जमातियों की रिपोर्ट निगेटिव आई है। उनका फिर से परीक्षण करने के साथ ही स्वास्थ्य पर भी ध्यान दिया जा रहा है। स्वास्थ्य विभाग द्वारा फैज मस्जिद के एक किमी के दायरे के हर घर का स्वास्थ्य परीक्षण कराया जा रहा है। नगर निगम द्वारा हर घर को सैनिटाइज किया जा रहा है। सील किए क्षेत्र में किसी को भी घर से निकलने या आने-जाने की अनुमति नहीं है। घर-घर में डोर टू डोर होम डिलीवरी की जाएगी, जिसके लिए एडीएम वित्त को नोडल अधिकारी बनाया गया है।
दिल्ली के निजामुद्दीन मरकज के जमातियों का प्रकरण सामने आने के बाद जिले में एक अप्रैल को चले जमातियों के तलाशी अभियान में ऊपरकोट कोतवाली के गोविंद नगर फैज मस्जिद से इन जमातियों को पकड़ा गया था। यह सभी फिरोजाबाद के रसूलपुर इलाके के रहने वाले हैं। इन सभी जमातियों सहित मस्जिद के इमाम व प्रबंधक के खिलाफ कोतवाली थाना पुलिस ने सूचना छिपाने के चलते इन पर महामारी अधिनियम आदि धाराओं के तहत मुकदमा दर्ज किया था। तभी से यह लोग फैज मस्जिद में 14 दिन के लिए क्वारंटीन थे। पुलिस की ओर से स्वास्थ्य विभाग की दी गई जानकारी के आधार पर स्वास्थ्य विभाग की टीम ने इनके नमूने जांच को लिए थे। आठ मार्च को कोरोना पॉजिटिव पाए जमाती का नमूना जेएन मेडिकल कालेज जांच के लिए भेजा गया। जांच होने पर नौ अक्टूबर को जांच रिपोर्ट सामने आई, जिसमें इसको पॉजिटिव पाया गया।
दर्ज मुकदमे में जिक्र है कि यह जमाती फिरोजाबाद से 12 मार्च से 20 अप्रैल तक के लिए यहां देहली गेट के जंगलगढ़ी की नोमान मस्जिद में जमात के लिए आए थे। चेकिंग के डर से वह वहां से निकलकर चुपचाप फैज मस्जिद आ गए और उन्हें मस्जिद इमाम व प्रबंधक ने शरण भी दे दी। मगर किसी भी स्तर से पुलिस प्रशासन को सूचना नहीं दी गई। पुलिस की चेकिंग में इनके छिपे होने की जानकारी मिली और सभी को 14 दिन के लिए क्वारंटीन किया गया था।
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शाहीनबाग के धरने में शामिल होने वाले भी होंगे चिन्हित
अलीगढ़। निजामुद्दीन मरकज में आयोजित जमात में शामिल होकर अलीगढ़ लौटे जमातियों के बाद प्रशासन ने दिल्ली के शाहीनबाग में सीएए के विरोध में चले धरने में शामिल हुए अलीगढ़ के लोगों पर भी निगाहें जमा दी हैं। फैज मस्जिद में एक कोरोना पॉजिटिव पाये जाने के बाद जमातियों की तलाश तेज हुई है, साथ ही शाहीनबाग धरने से लौटे लोगों की भी तलाश शुरू हो गई है। इसके लिए पुलिस एवं खुफिया एजेंसियों से इनपुट लिया जा रहा है। अब तक पकड़े गये 93 जमातियों से पूछताछ हो रही है तो शाहजमाल पुरानी ईदगाह मस्जिद एवं जामा मस्जिद में मौजूद जमातियों के रिकार्ड को एक बार फिर खंगाला जा रहा है। जिलाधिकारी चंद्रभूषण सिंह ने स्वीकार किया कि शाहीनबाग धरने में शामिल हुए अलीगढ़ के लोगों की तलाश करायी जा रही है। इसके लिए इलाकाई पुलिस के साथ खुफिया तंत्र को भी लगा दिया गया है। विशेषरूप से मुस्लिम बाहुल्य इलाकों शाहजमाल, बाबरी मंडी, जीवनगढ़, घास की मंडी, जमालपुर, दोदपुर, हाथी डूबा, मेडिकल रोड, क्वारसी आदि इलाकों में सुरागकशी कराई जा रही है। जो भी व्यक्ति धरने में शामिल हुआ होगा, उसका चेकअप कराया जाएगा।
एक महीने में कितने लोगों के संपर्क में आया संक्त्रस्मित युवक?
शाहजमाल के फैज मस्जिद में कोरोना वायरस से संक्रमित पाया गया युवक पिछले एक महीने में कितने लोगों के संपर्क में आया? क्या वह शाहजमाल में 90 दिन तक चले धरने में भी गया था। क्या वह नई दिल्ली के तब्लीगी जमात के जलसे में भी शामिल हुआ था?
अलीगढ़ में कोरोना वायरस से संक्रमण का पहला मामला सामने आने के बाद लोग तरह-तरह के सवाल पूछ रहे हैं। वर्तमान समय में इसका ठीक-ठीक जवाब कोई नहीं दे रहा है। शाहजमाल में एक व्यक्ति ने मीडिया के समक्ष दावा किया कि फिरोजाबाद से दस जमाती करीब एक महीना पहले सीधे अलीगढ़ आए थे। ये लोग दिल्ली के जलसे में नहीं शामिल हुए। एक-डेढ़ किलोमीटर की परिधि में यहीं रहे। युवक शाहजमाल के धरने में गया या नहीं, इसका जवाब किसी के पास नहीं है। मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ. बीपी सिंह कल्याणी भी अभी कुछ कहने की स्थिति में नहीं हैं। उनका कहना है कि युवक का ट्रेवल हिस्ट्री पता करने के बाद ही स्थिति स्पष्ट होगी। अभी तक युवक के ट्रेवल हिस्ट्री से संबंधित कोई फाइल उनके पास नहीं आई है। यह भी सवाल उठ रहा है कि करीब एक महीने के दौरान युवक 10 जमातियों, मस्जिद के इमाम एवं कर्मचारियों के अतिरिक्त और कितने लोगों के संपर्क में आया है। संपर्क में आए लोगों को चिन्हित कर क्वारंटीन करने के लिए यह जरूरी है। आशा एवं एएनएम को करीब एक किलोमीटर की परिधि में घर-घर जाकर स्क्रीनिंग का निर्देश दिया गया है। स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों के अनुसार जनपद में 7 फरवरी से लेकर अब तक करीब 111 मरीजों के स्वाब का टेस्ट हो चुका है। तीन महीने में पहला केस सामने आया है।
शाहजमाल में तीन महीने तक चला था धरना
सीएए के विरोध में शाहजमाल में तीन महीने तक महिलाओं का धरना चला था। बाद में यह धरना अलीगढ़ के शाहीनबाग के नाम से जाना-जाने लगा। 23 मार्च को लॉकडाउन के बाद एक-दो रोज बाद धरना खत्म हुआ था। युवक अलीगढ़ में 12 मार्च को आया था। धरना के दौरान युवक शाहजमाल के फैज मस्जिद में रहा था।
छेरत भेजे गए नौ जमातियों की रिपोर्ट निगेटिव आई है। उनका फिर से परीक्षण करने के साथ ही स्वास्थ्य पर भी ध्यान दिया जा रहा है। स्वास्थ्य विभाग द्वारा फैज मस्जिद के एक किमी के दायरे के हर घर का स्वास्थ्य परीक्षण कराया जा रहा है। नगर निगम द्वारा हर घर को सैनिटाइज किया जा रहा है। सील किए क्षेत्र में किसी को भी घर से निकलने या आने-जाने की अनुमति नहीं है। घर-घर में डोर टू डोर होम डिलीवरी की जाएगी, जिसके लिए एडीएम वित्त को नोडल अधिकारी बनाया गया है।
दिल्ली के निजामुद्दीन मरकज के जमातियों का प्रकरण सामने आने के बाद जिले में एक अप्रैल को चले जमातियों के तलाशी अभियान में ऊपरकोट कोतवाली के गोविंद नगर फैज मस्जिद से इन जमातियों को पकड़ा गया था। यह सभी फिरोजाबाद के रसूलपुर इलाके के रहने वाले हैं। इन सभी जमातियों सहित मस्जिद के इमाम व प्रबंधक के खिलाफ कोतवाली थाना पुलिस ने सूचना छिपाने के चलते इन पर महामारी अधिनियम आदि धाराओं के तहत मुकदमा दर्ज किया था। तभी से यह लोग फैज मस्जिद में 14 दिन के लिए क्वारंटीन थे। पुलिस की ओर से स्वास्थ्य विभाग की दी गई जानकारी के आधार पर स्वास्थ्य विभाग की टीम ने इनके नमूने जांच को लिए थे। आठ मार्च को कोरोना पॉजिटिव पाए जमाती का नमूना जेएन मेडिकल कालेज जांच के लिए भेजा गया। जांच होने पर नौ अक्टूबर को जांच रिपोर्ट सामने आई, जिसमें इसको पॉजिटिव पाया गया।
दर्ज मुकदमे में जिक्र है कि यह जमाती फिरोजाबाद से 12 मार्च से 20 अप्रैल तक के लिए यहां देहली गेट के जंगलगढ़ी की नोमान मस्जिद में जमात के लिए आए थे। चेकिंग के डर से वह वहां से निकलकर चुपचाप फैज मस्जिद आ गए और उन्हें मस्जिद इमाम व प्रबंधक ने शरण भी दे दी। मगर किसी भी स्तर से पुलिस प्रशासन को सूचना नहीं दी गई। पुलिस की चेकिंग में इनके छिपे होने की जानकारी मिली और सभी को 14 दिन के लिए क्वारंटीन किया गया था।
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शाहीनबाग के धरने में शामिल होने वाले भी होंगे चिन्हित
अलीगढ़। निजामुद्दीन मरकज में आयोजित जमात में शामिल होकर अलीगढ़ लौटे जमातियों के बाद प्रशासन ने दिल्ली के शाहीनबाग में सीएए के विरोध में चले धरने में शामिल हुए अलीगढ़ के लोगों पर भी निगाहें जमा दी हैं। फैज मस्जिद में एक कोरोना पॉजिटिव पाये जाने के बाद जमातियों की तलाश तेज हुई है, साथ ही शाहीनबाग धरने से लौटे लोगों की भी तलाश शुरू हो गई है। इसके लिए पुलिस एवं खुफिया एजेंसियों से इनपुट लिया जा रहा है। अब तक पकड़े गये 93 जमातियों से पूछताछ हो रही है तो शाहजमाल पुरानी ईदगाह मस्जिद एवं जामा मस्जिद में मौजूद जमातियों के रिकार्ड को एक बार फिर खंगाला जा रहा है। जिलाधिकारी चंद्रभूषण सिंह ने स्वीकार किया कि शाहीनबाग धरने में शामिल हुए अलीगढ़ के लोगों की तलाश करायी जा रही है। इसके लिए इलाकाई पुलिस के साथ खुफिया तंत्र को भी लगा दिया गया है। विशेषरूप से मुस्लिम बाहुल्य इलाकों शाहजमाल, बाबरी मंडी, जीवनगढ़, घास की मंडी, जमालपुर, दोदपुर, हाथी डूबा, मेडिकल रोड, क्वारसी आदि इलाकों में सुरागकशी कराई जा रही है। जो भी व्यक्ति धरने में शामिल हुआ होगा, उसका चेकअप कराया जाएगा।
एक महीने में कितने लोगों के संपर्क में आया संक्त्रस्मित युवक?
शाहजमाल के फैज मस्जिद में कोरोना वायरस से संक्रमित पाया गया युवक पिछले एक महीने में कितने लोगों के संपर्क में आया? क्या वह शाहजमाल में 90 दिन तक चले धरने में भी गया था। क्या वह नई दिल्ली के तब्लीगी जमात के जलसे में भी शामिल हुआ था?
अलीगढ़ में कोरोना वायरस से संक्रमण का पहला मामला सामने आने के बाद लोग तरह-तरह के सवाल पूछ रहे हैं। वर्तमान समय में इसका ठीक-ठीक जवाब कोई नहीं दे रहा है। शाहजमाल में एक व्यक्ति ने मीडिया के समक्ष दावा किया कि फिरोजाबाद से दस जमाती करीब एक महीना पहले सीधे अलीगढ़ आए थे। ये लोग दिल्ली के जलसे में नहीं शामिल हुए। एक-डेढ़ किलोमीटर की परिधि में यहीं रहे। युवक शाहजमाल के धरने में गया या नहीं, इसका जवाब किसी के पास नहीं है। मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ. बीपी सिंह कल्याणी भी अभी कुछ कहने की स्थिति में नहीं हैं। उनका कहना है कि युवक का ट्रेवल हिस्ट्री पता करने के बाद ही स्थिति स्पष्ट होगी। अभी तक युवक के ट्रेवल हिस्ट्री से संबंधित कोई फाइल उनके पास नहीं आई है। यह भी सवाल उठ रहा है कि करीब एक महीने के दौरान युवक 10 जमातियों, मस्जिद के इमाम एवं कर्मचारियों के अतिरिक्त और कितने लोगों के संपर्क में आया है। संपर्क में आए लोगों को चिन्हित कर क्वारंटीन करने के लिए यह जरूरी है। आशा एवं एएनएम को करीब एक किलोमीटर की परिधि में घर-घर जाकर स्क्रीनिंग का निर्देश दिया गया है। स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों के अनुसार जनपद में 7 फरवरी से लेकर अब तक करीब 111 मरीजों के स्वाब का टेस्ट हो चुका है। तीन महीने में पहला केस सामने आया है।
शाहजमाल में तीन महीने तक चला था धरना
सीएए के विरोध में शाहजमाल में तीन महीने तक महिलाओं का धरना चला था। बाद में यह धरना अलीगढ़ के शाहीनबाग के नाम से जाना-जाने लगा। 23 मार्च को लॉकडाउन के बाद एक-दो रोज बाद धरना खत्म हुआ था। युवक अलीगढ़ में 12 मार्च को आया था। धरना के दौरान युवक शाहजमाल के फैज मस्जिद में रहा था।
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