अलीगढ़ : लॉकडाउन के चलते अतरौली में फंसे बराती, 19 दिन से हैं दुल्हन के घर
अतरौली कोतवाली के गांव विधीपुर में लॉकडाउन के चलते शादी के 18 दिन बाद भी दुल्हन की विदाई नहीं हो सकी है। बरात में आए 12 लोग भी 21 मार्च से यहीं फंसे हैं। रिजर्वेशन के लिए लगातार अलीगढ़ रेलवे स्टेशन के चक्कर लगा रहे हैं। लेकिन यहां से निकलने के लिए रिजर्वेशन तक नहीं हो रहा है।
प्रशासन की टीम भी यहां रुके लोगों को एक टाइम का खाना आदि मुहैया करा रही है। एक समय का खाना घरवालों की तरफ से मिल रहा है। स्वास्थ्य विभाग की टीम ने भी सभी का चेकअप किया जो पूरी तरह से स्वस्थ्य हैं। कोतवाली के गांव विधीपुर निवासी नरपत सिंह आर्य की बेटी सावित्री आर्य की शादी 22 मार्च को थी। बरात झारखंड के जिला धनबाद तहसील तोपचांची गांव वैलमी से आई थी। दूल्हा के परिवार के नौ भाई व तीन बहनें 21 मार्च की रात करीब नौ बजे बरात लेकर विधीपुर पहुंचे।
22 मार्च को दूल्हा विजय कुमार आर्य पुत्र रामनाथ के साथ सावित्री आर्य की शादी की रस्में पूरी कराई गईं। उधर, 21 मार्च को रात आठ बजे प्रधानमंत्री ने अपने संबोधन में एक दिन का कर्फ्यू लगा दिया था। उम्मीद थी कि 23 मार्च को कर्फ्यू खुल जाएगा।
दुल्हन समेत सभी 13 लोगों की वापसी का रिजर्वेशन भी 23 मार्च का था। लेकिन उसके बाद 21 दिन का लॉकडाउन हो गया और तभी से सभी वाहन भी बंद हैं। बरातियों व घरातियों को उम्मीद थी कि यहां से निकलने का कुछ न कुछ रास्ता अवश्य निकलेगा। लेकिन निजी वाहन से भी यहां से निकलना मुश्किल हो गया है।
रेलवे कर रहा चार-चार लोगों का रिजर्वेशन
नरपत सिंह आर्य ने बताया कि रेलवे स्टेशन आकर संपर्क किया गया तो पता चला कि रेलवे से ऑनलाइन रिजर्वेशन हो रहे हैं। एक बार में चार लोगों का ही रिजर्वेशन संभव है। ऑनलाइन भी कराने के बाद अभी तक रिजर्वेशन नहीं हो सका है। अब लॉकडाउन की तिथि आगे बढ़ती देख यहां रुके लोग परेशान हैं। उन्होंने प्रशासन से मदद की गुहार लगाई है।
22 मार्च को दूल्हा विजय कुमार आर्य पुत्र रामनाथ के साथ सावित्री आर्य की शादी की रस्में पूरी कराई गईं। उधर, 21 मार्च को रात आठ बजे प्रधानमंत्री ने अपने संबोधन में एक दिन का कर्फ्यू लगा दिया था। उम्मीद थी कि 23 मार्च को कर्फ्यू खुल जाएगा।
दुल्हन समेत सभी 13 लोगों की वापसी का रिजर्वेशन भी 23 मार्च का था। लेकिन उसके बाद 21 दिन का लॉकडाउन हो गया और तभी से सभी वाहन भी बंद हैं। बरातियों व घरातियों को उम्मीद थी कि यहां से निकलने का कुछ न कुछ रास्ता अवश्य निकलेगा। लेकिन निजी वाहन से भी यहां से निकलना मुश्किल हो गया है।
रेलवे कर रहा चार-चार लोगों का रिजर्वेशन
नरपत सिंह आर्य ने बताया कि रेलवे स्टेशन आकर संपर्क किया गया तो पता चला कि रेलवे से ऑनलाइन रिजर्वेशन हो रहे हैं। एक बार में चार लोगों का ही रिजर्वेशन संभव है। ऑनलाइन भी कराने के बाद अभी तक रिजर्वेशन नहीं हो सका है। अब लॉकडाउन की तिथि आगे बढ़ती देख यहां रुके लोग परेशान हैं। उन्होंने प्रशासन से मदद की गुहार लगाई है।
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