लॉकडाउन बढ़ा तो 60-70 हजार लोगों को रोजाना खाना खिलाना चुनौती

Aligarh Bureau
हर गुजरते दिन के साथ खाना खिलाने को लेकर स्थितियां चुनौतीपूर्ण होती जा रही हैं। शनिवार को धनीपुर इलाके में कुछ जरूरतमंदों को खाने की सप्लाई नहीं हुई। इस पर स्थानीय क्षेत्र पंचायत सदस्य आरएस पटियाल ने इसको लेकर संबंधित प्रशासनिक अधिकारियों तक शिकायत पहुंचाई है।
प्रशासन इसका समाधान करा रहा है। शहर को जोन में बांट कर आवागमन बंद करने के फैसले के बाद से शनिवार को कुछ मोहल्ले में ऐसी शिकायतें सामने आईं। लॉकडाउन के बाद से जिला प्रशासन के सामने रोजाना 60 से 70 हजार लोगों को खाना खिलाना बड़ी चुनौती है। हालांकि जनपद स्तर पर स्थापित फूड बैंक ने इसमें सार्थक भूमिका निभाई है। इसके अलावा इस वक्त सर्वाधिक खाना राधास्वामी सत्संग की ओर से रोजाना बांटा जा रहा है।
इस सत्संग से 25 हजार लोगों को रोजाना खिलाया जा रहा है। इसके अलावा मानव उपकार संस्था, एडीए रसोई, आरएसएस, भाजपा कार्यकर्ता, सपा, बसपा और कांग्रेस के कार्यकर्ता भी खाना और खाद्य सामग्री बांट रहे हैं। जिला पूर्ति अधिकारी चमन शर्मा ने बताया कि जिला प्रशासन के पास रोजाना 20 हजार लोगों को खाना खिलाने के लिए तीन महीने तक का इंतजाम है। आगे भी व्यवस्था की जा रही है। जहां से भी फोन आ रहा है जरूरतमंदों को खाना, खाद्य सामग्री पहुंचाई जा रही है।
गोविंद नगर सील, खाना खिलाना चुनौती
जिले में पहला कोरोना संदिग्ध मिलने के बाद जिला प्रशासन के सामने पूरे शहर और जिले को इस जानलेवा बीमारी से बचाने की चुनौती बढ़ गई है। गोविंद नगर को सील करने के बाद वहां रोजमर्रा का सामान, खाद्य सामग्री, दूध, सब्जी, दवाएं, ईंधन आदि पहुंचाने की भी बड़ी चुनौती है। डिलीवरी देने वाले भी दूर से ही सामान देने की वकालत कर रहे हैं। प्रशासन की मंशा 15 दिन तक ये इलाका सील रख कर संक्रमण को सीमा पर ही कैद कर देने की है। इसके लिए रविवार तक एक ठोस कार्ययोजना बनेगी।

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